भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, केंद्रीय इस्पात एवं खान मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रदेश में
व्यापम की अनियमितताओं का पता लगते ही जिस तरह मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान
ने संज्ञान लिया, जांच के निर्देश
दिये उसी का परिणाम है कि एसटीएफ का गठन हुआ। बाद में उच्च न्यायालय की निगरानी
में एसटीएफ ने जांच को आगे बढ़ाया। एसटीएफ के मार्गदर्शन और निगरानी के लिये उच्च
न्यायालय ने एसआईटी का भी गठन कर दिया गया। श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ही उच्च न्यायालय से सीबीआई जांच कराने की
अनुशंसा की जिसके बाद सर्वोच्च न्यायालय से भी राज्य सरकार ने सीबीआई जांच का
आग्रह किया सीबीआई द्वारा जांच आरंभ कर दी गई है। ऐसे में कांग्रेस जिस तरह
संवैधानिक संस्थाओं पर विष्वास करने और जांच निष्कर्ष की प्रतीक्षा करने के बजाय
श्री शिवराज सिंह चौहान की छवि धुमिल करके मध्यप्रदेश को देश में बदनाम कराने का
पाप कर रही है। कांग्रेस को सिवा अपनी विश्वसनीयता गंवाने के कुछ हासिल होने वाला
नहीं है। पत्रकार बंधुओं से चर्चा करते हुए श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने संचार
माध्यम से अपेक्षा की कि वे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई
सामयिक और समयोचित कार्रवाई के बारे में संज्ञान लेंगे और कांग्रेस द्वारा फेलाये
जा रहे जन भ्रम का निवारण करने में सहयोग देंगे।
श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि विधानसभा लोकसभा, नगरीय निकाय से लेकर हर चुनाव में प्रदेष की जनता ने
कांग्रेस को खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने चुनाव के दौरान भी मुख्यमंत्री श्री शिवराज
सिंह चौहान की छवि को धूमिल करने के लिए घृणित दुष्प्रचार किया लेकिन प्रदेश की
जनता ने कांग्रेस को खारिज करके माकूल जवाब दिया। अब कांग्रेस तथ्यहीन मिथ्या
प्रचार करके जिस तरह अभियान चला रही है उससे मध्यप्रदेश जैसे विकासशील प्रदेश जहा
विकास दर दहाई में है, कृषि विकास दर देश
दुनिया में सर्वाधिक 24 प्रतिशत बनी हुई
को बदनाम कर रही है। कांग्रेस मध्यप्रदेश और प्रदेश की जनता को बदनाम करने का
अपराध कर रही है। उन्होंने कहा कि श्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस तरह न्याय संगत
ढंग से समयोचित कार्रवाई की है, अभिनंदनीय है।
उनकी प्रशंसा की जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस दौर में अन्य प्रदेशो में भी
परीक्षा और प्रवेश भर्तियों में अनियमिताएं हुई है, लेकिन वहां किसी भी मुख्यमंत्री ने इस तरह क्षीर-नीर-विवेक
करने की दृष्टि से जांच कराने का साहस नहीं दिखाया।
उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति का निधन दुखद है, लेकिन हर मौत को व्यापम से जोड़ कर देखना न्यायोचित नहीं
है। उन्होंने व्यापम अनियमितताओं की जांच के फलस्वरूप की गई कार्यवाही पर विस्तार
से प्रकाश डालते हुए कहा कि सिर्फ 378 व्यक्ति ही जेल में है। कांग्रेस गलत और झूठे आंकड़े परोस कर जनता को भ्रमित
कर रही है। इसी तरह प्रदेश में मौत का शिकार होने वाले हर व्यक्ति को कांग्रेस
व्यापम में आरोपी, अपराधी, गवाह निरूपित करके जनता को गुमराह कर रही है।
कांग्रेस को सही तथ्यों का पता लगाना चाहिए। कांग्रेस के हर प्रश्न का समाधान करने
के लिए उद्यत हैं। उन्होंने कहा कि इस मामलें में पहले परिवहन में भर्ती घोटाला
बताकर कांग्रेस ने उसका संबंध गोदिया से जोड़कर खुराफात की जो जांच में निराधार
पाई गई। कांग्रेस को मुंह की खाना पड़ी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने इस मामले में हर वक्त
और हर स्तर पर नेक नीयत का सबूत दिया है, की सराहना की गई है। इसका दूसरा पहलू यह भी है कि कांग्रेस के शासनकाल में तो शिक्षकों
और अन्य पदों पर प्रवेश और भर्ती की प्रक्रिया की कही कोई व्यवस्था नहीं थी सब
अराजकता का षिकार थी। श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि वे मूलरूप से भारतीय जनता
पार्टी के कार्यकर्ता है और उन्हें पार्टी और प्रदेश के हित में कांग्रेस के
द्वारा पैदा की जा रही भ्रांतियों को दूर करना कत्र्तव्य है। कांग्रेस द्वारा खड़ी
की जा रही झूठ की दीवार सच्चाई के सामने टिकरने वाली नहीं है।
उन्होंने
दृढ़तापूर्वक कहा कि श्री शिवराज सिंह चौहान ने समूची प्रक्रिया में निष्पक्षता का
प्रमाण दिया है। उनपर न तो कोई आरोप है और न उन्हें पद से इस्तीफा देने की कोई
आवष्यकता ही है। श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का लोकतंत्र
में अटूट विष्वास है। न्यायपालिका लोकतंत्र का स्तंभ है। यह तो दुर्भाग्य ही कहा
जायेगा कि कांग्रेस का न तो एसटीएफ, एसआईटी पर भरोसा है और न उसे न्यायपालिका के निर्णय की प्रतीक्षा करने का साहस
है। सवैधानिक संस्थाओं की मर्यादा का पालन करना और सम्मान देना कांग्रेस की
परम्परा नहीं रही। यदि लोकतंत्र और न्यायपालिका में कांग्रेस को भरोसा होता तो उसे
विचार करना था कि जब सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश से सीबीआई ने जांच का सूत्र
संभालती है, तो कांग्रेस को
अलोकतांत्रिक ढंग से बंद का आयोजन करने की क्या आवष्यकता थी। कांग्रेस द्वारा
आयोजित बंद अप्रासंगिक ही नहीं अलोकतांत्रिक है।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष श्री अजय प्रताप सिंह, श्री विजेश लूनावत, प्रदेश प्रवक्ता श्री विजेन्द्र सिंह सिसोदिया, विधायक विश्वास सारंग प्रदेश संवाद प्रमुख डॉ. हितेष
वाजपेयी, सह संवाद प्रमुख श्री
संजय गोविंद खोचे भी उपस्थित थे।
(सागर में पत्रकार
वार्ता)
कांग्रेस को
अकारण विरोध और आधारहीन दोषारोपण का खामियाजा भुगतना पड़ेगा - श्री नंदकुमारसिंह चौहान
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री नंदकुमारसिंह चौहान ने आज
सागर में पत्रकार बंधुओं से चर्चा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान
ने सबसे पहले व्यापम की अनियमितताओं का गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेकर जांच का आदेश
दिया था और कहा था कि प्रदेश के नौजवानों के साथ अन्याय करने वालों को सख्त सजा दी
जाए। इसी के फलस्वरूप इंदौर में जांच शुरू हुई। बाद में एसटीएफ का गठन किया गया।
कांग्रेस ने हमेशा जांच को पटरी से उतारने का प्रयास किया और हाईकोर्ट ले गए। जहां
श्री दिग्विजय सिंह को हताषा ही हाथ लगी। दिग्विजय सिंह की मंषा इंदौर के एक
मेडीकल काॅलेज जो अनियमितताओं का स्त्रोत था को जांच से बचाना था। उच्च न्यायालय
ने एसटीएफ का गठन किया। जांच सिलसिलेवार जारी हुई। 3 लाख भर्तियों में 2008 से लेकर 2013 तक 3 लाख भर्तियां की गयी।
जिनमें जहां भी अनियमितताएं पायी गयी कार्यवाही आरंभ हुई।
उन्होंने कहा कि
कांग्रेस के समय में तो षिक्षाकर्मियों और अन्य पदों की भर्तियों में नीलामी होती
थी। उन्होंने कभी जांच आदेष करने का साहस नहीं दिखाया। श्री षिवराजसिंह चैहान ने
हर स्तर पर नेक नियत का परिचय दिया है और व्यापम की अनियमितताओं की जांच सुप्रीम
कोर्ट द्वारा सीबीआई को सौंपे जाने का श्रेय भी श्री षिवराजसिंह चैहान को हासिल
है। ऐसे में कांग्रेस यदि मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने के लिए दुष्प्रचार करती
है तो वह सामाजिक द्रोह और अपराध है। प्रदेष की जनता इसे माफ नहीं करेगी। उन्होंने
कांग्रेस द्वारा आयोजित बंद को तर्कहीन अप्रासंगिक और अनुचित बताया और कहा कि इससे
लगता है कि कांग्रेस ने संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करने की आदत बना ली है।
श्री
नंदकुमारसिंह चैहान ने कहा कि व्यापम की जांच में अवरोध उत्पन्न करने के लिए श्री
दिग्विजय सिंह ने अनुचित व्यूह रचना की जिसके फलस्वरूप उन्हें हाईकोर्ट से लेकर
सुप्रीम कोर्ट तक हताषा हाथ लगी है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच आदेषित कर दी है,
इसलिए अब बंद जैसे आयोजन कांग्रेस की
अलोकतांत्रिक मानसिकता का सबूत देते है। उन्होंने कहा कि श्री दिग्विजय सिंह ने कथित
प्रषांत पाण्डे को बिल्सिल ब्लोअर के रूप में पेष किया और दावा किया कि उनके पास
मूल दस्तावेज है, लेकिन न्यायालय
में जांच में उन्हें सही नहीं पाया, खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस न्यायालय और संवैधानिक संस्थाओं का
जिस तरह अपमान कर रही है वह लोकतंत्र के लिए दुखद है।
(सागर में संपर्क महाअभियान बैठक)
बूथ संरचना को
जीवंत बनाने के लिए महासंपर्क अभियान एक वरदान- श्री नंदकुमारसिंह चौहान
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री नंदकुमारसिंह चौहान ने कहा
कि बूथ संरचना को जीवंत बनाने के लिए संपर्क महाअभियान को प्रभावी बनाए, जिससे 5 वर्ष तक हम निरंतर अपने सदस्य कार्यकर्ताओं के संपर्क में बने रहकर संगठन का
विस्तार कर सके। सागर में आयोजित संपर्क महाअभियान की बैठक को संबोधित करते हुए
श्री नंदकुमारसिंह चौहान ने कहा कि सदस्यता महाअभियान में हमें जो सदस्यों का डाटा
सुलभ हुआ है वह हमारी स्थायी संपत्ति होगी और इससे पंचायत से लेकर लोकसभा तक चुनाव
में उपयोगी सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि आने वाले 4 वर्षो तक संगठन के लिए शांतिकाल है। चुनाव राजनैतिक दल के
लिए युद्धकाल जैसा होता है, इसलिए हमें
शांतिकाल में अपने राजनैतिक कौशल और संपर्क को सघन बनाना है। उन्होंने कहा कि मिस
काल से सदस्य बनाना आसान है लेकिन संपर्क अभियान के दौरान हमें सदस्यों का पूरा
ब्यौरा तैयार करने और मिस काल करके सदस्यता की पुष्टि करने में परिश्रम करना
पडेगा। यह परिश्रम हमें राजनैतिक जीवन में उपयोगी सिद्ध होगा।
उन्होंने सदस्यता महाअभियान के महत्व को परिभाषित करते हुए कहा कि यह हमारे
राजनैतिक जीवन के लिए बहुत उपयोगी है, क्योंकि हम अपने मतदान केन्द्र की परिधि में रहने वाले सदस्य कार्यकर्ताओं से
मुखातिब हो रहे है। उनके सुख दुःख की चर्चा करते है इससे उनमें एकात्मियता का भाव
जाग्रत होता है और वे एक दुनिया के सबसे बड़े राजनैतिक दल के सदस्य होने का गौरव
प्राप्त करते है। भारतीय जनता पार्टी ही देष में एकमात्र ऐसा राजनैतिक दल है जिसने
दलीय लोकतंत्र को सजीव रखा है। देष में 1600 राजनैतिक दल है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के अलावा किसी भी
दल में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है। यही कारण है कि वे दल स्थायित्व प्राप्त नहीं कर
पाए। सभी दल बार बार टुकड़ो में बंटे और आज बिखर चुके है, लेकिन भारतीय जनसंघ से लेकर आज भारतीय जनता पार्टी तक कभी
हमारे दल में न तो दरार पडी और न विभाजन हुआ। इसका सबसे बड़ा कारण दलीय लोकतंत्र
सांस्कृतिक पृष्ठभूमि, राष्ट्रीयता का
पुट और दल में अभ्यास वर्ग और प्रशिक्षण की निरंतरता है।
श्री नंदकुमारसिंह चौहान ने कहा कि संपर्क अभियान के समापन के साथ ही पार्टी
सक्रिय कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के लिए वर्ग आयोजित करेगी। देश में 15 लाख और मध्यप्रदेश में सवा लाख कार्यकर्ताओं
के लिए प्रशिक्षण वर्ग लगाए जायेंगे। जहां संस्कार अनुशासन और राष्ट्रभक्ति में
कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जायेगा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह
किया कि वह संपर्क महाअभियान को एक चुनौती और महान अवसर के रूप में स्वीकार करें
और संपर्क महाअभियान में जीवनदानी कार्यकर्ता की तरह शिद्दत के साथ जुट जाए।
संभाग स्तर पर
पत्रकार वार्ता संपन्न
आज प्रदेश भर में संभाग स्तर पर आज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पत्रकार वार्ता
को संबोधित किया। ग्वालियर में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद श्री प्रभात
झा, उज्जैन में पार्टी के
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री श्याम जाजू, इंदौर में पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर,
जबलपुर में वरिष्ठ नेता श्री विक्रम वर्मा,
रीवा में प्रदेश सरकार के मंत्री श्री
राजेन्द्र शुक्ला ने पत्रकार बंधुओं से चर्चा की।
ग्वालियर में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद श्री प्रभात झा ने
पत्रकार बंधुओं से चर्चा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान
द्वारा व्यापमं मामले में सीबीआई जांच का प्रस्ताव किए जाने की साहसिक और प्रशंसनीय
कदम है। व्यापमं मामले की जांच बैठाने की पहल भी मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान
ने की थी जिसके फलस्वरूप व्यापमं मामले की धांधलियों का सच सामने आना शुरू हुआ था।
लोकतांत्रिक भावना का आदर करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने पारदर्शिता
और लोकहित में बिना वक्त गंवाए सीबीआई जांच की न्यायालय से प्रार्थना करके
कांग्रेस सहित विपक्ष की तमाम शंकाओं कुशंकाओं को समाप्त ही नहीं किया कांग्रेस को
निरूत्तर कर दिया है। मध्यप्रदेश में जिस तरह पिछले दस वर्षो में विकास का ताना
बाना बुना गया और लोक सेवा गारंटी योजना ने जनअपेक्षाओं को पूर्ण किया मध्यप्रदेष
सरकार जनआकांक्षाओं पर खरी उतरी है। प्रशासन में पारदर्शिता सुनिष्चित हुई है।
उज्जैन में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री श्याम जाजू ने कहा कि प्रदेश
में नौजवानों को शैक्षणिक परीक्षाओं में प्रवेश और नौकरियों में भर्ती में
कांग्रेस के कार्यकाल में जो अराजकता थी मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने
प्रदेश में एक शुचितापूर्ण प्रवेश पद्धति आरंभ की। पहले तो भर्ती में नीलामी चलती
थी। उन्होंने कहा कि श्री शिवराजसिंह चौहान ने जो सिस्टम आरंभ किया उसमें पांच
वर्षो में 7 नाख नौजवानों को अवसर
मिला और अनियमितता का प्रतिषत 0.001 प्रतिषत के करीब
आया जिसकी आनन फानन में श्री शिवराजसिंह चौहान ने संज्ञान लेकर जांच आरंभ करायी।
उनके इन प्रयासों पर हमें गर्व करना चाहिए कि उन्होंने युवा पीढी के साथ बेइन्साफी
करने वालों न बख्सने के आदेश दिए।
उन्होंने मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के प्रयासों की सराहना करते हुए
कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए है और जांच आरंभ कर दी गयी है।
इसका श्रेय मुख्यमंत्री को जाता है। ऐसे में मध्यप्रदेश को बदनाम करने और जनता का
ध्यान विकास से हटाने के लिए जिस तरह कांग्रेस बंद का अभियान कर रही है उसका कोई
औचित्य नहीं है। यह सरकार के विकास के मार्ग में अवरोध उत्पन्न करना है। उन्होंने
कहा कि जांच आदेषिक करके श्री शिवराजसिंह चौहान ने नेक नीयत का सबूत दिया है।
कांग्रेस उनका चरित्रहनन का षडयंत्र करके संवैधानिक संस्थाओं को अपमानित कर रही है
जिसे जनता बर्दाष्त नहीं करेगी।
इंदौर में पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर ने
कहा कि व्यापम को घोटाला के रूप से कांग्रेस जनता में भ्रम पैदा कर रही है। इस
मामले में कांग्रेस मौतों को लेकर लाशो पर राजनीति कर रही है। उन्होंने कांग्रेस
के दुष्प्रचार का भंडाफोड करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सागर में एक महिला एसआई की
मौत को भी इसी में जोड़ने की कोशिष की है लेकिन महिला के माता पिता ने ही बताया है
कि यह मौत पारिवारिक दहेज का मामला रहा है। कांग्रेस के पास अपना वजूद बनाए रखने
के लिए चरित्र हनन की राजनीति के कोई अवसर शेष नहीं बचा है। कांग्रेस के पास न कोई
राजनैतिक दृष्टि है न विकास की कोई रूपरेखा है, इसलिए भाजपा के विरूद्ध दुष्प्रचार को हथियार मान बैठी है।
कांग्रेस को सत्ता में बने रहने की आदत है जिस तरह बिन पानी के मछली तड़पती है ठीक
उसी तरह कांग्रेस नेता सत्ता हासिल करने के लिए तड़प रहे है। कांग्रेसी जानते है
कि जब तक जननायक मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान को बदनाम नही करते तब तक उनके
मंसुबे पुरे नही होने वाले। कांग्रेस तो पिछले 10 साल से इस्तीफा मांग रही है। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान
उनकी आंखों में खटकते है। श्री दिग्विजय सिंह के राज में मध्यप्रदेश तबाह और बर्बाद
हो गया था। भारतीय जनता पार्टी और केन्द्रिय नेतृत्व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान
के साथ मजबूती के साथ खड़ा है। शीघ्र ही सच सामने आ जायेगा और दूध का दूध और पानी
का पानी हो जायेगा।
जबलपुर में वरिष्ठ नेता श्री विक्रम वर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश के
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान को ही व्यापम की प्रारंभिक जांच आदेषित करने का
श्रेय हासिल है और उन्होंने जनभावना का समादर करते हुए सीबीआई जांच की भी उच्च
न्यायालय से अनुशंसा करके अभिनंदनीय कार्य किया है। भारतीय जनता पार्टी देश की
न्याय व्यवस्था में आस्था रखती है। जिस तरह कांग्रेस न्याय व्यवस्था पर अंगुली उठा
रही है। वह कांग्रेस की अप संस्कृति का प्रतीक है। कांग्रेस ने देश में सीबीआई की
भी विश्वसनियता समाप्त कर दी थी।
श्री शिवराजसिंह चौहान सरकार ने व्यापम भंडाफोड करके वास्तविकता पता लगाने का
बीड़ा उठाया और जांच बैठाई थी। सीबीआई जांच के बाद कांग्रेस के मुहं हमेशा के लिए
बंद हो जायेंगे। व्यापम का अस्तित्व मध्यप्रदेश में पहले से था और वहां चल रही
कारगुजारियो का संज्ञान 2012 में मुख्यमंत्री
श्री शिवराजसिंह चौहान ने ऐसे समय लिया जब इंदौर के पुलिस अधिकारी ने उन्हें
जानकारी दी कि कुछ मुन्ना भाई मेडीकल की परीक्षा में बैठकर सही छात्रों के साथ
अन्याय कर रहे है। मुख्यमंत्री ने तत्काल जांच का आदेश दिया और कहा कि छात्रों के
साथ बेइन्साफी बर्दाष्त नहीं की जायेगी।
रीवा में प्रदेश सरकार के मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस के
राज में तो भर्तियां सिगरेट की पर्चियों पर लिख कर होती थी। पुराने राजा महाराजा
डरे हुए हैं कि एक सामान्य परिवार से आने वाला शख्स इतने दिनों से सीएम कैसे है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के रहते कांग्रेस की दाल नहीं गलने वाली है।
कांग्रेस के राज में शिक्षकों की भर्ती के लिए कोई परीक्षा नहीं होती थी। भारतीय
जनता पार्टी सरकार ने भर्ती की पूरी प्रक्रिया को बदला और इसे पारदर्शी बनाया। इस
प्रकिया के तहत जिसने भी कोई गड़बड़ी की उनपर तत्काल कार्रवाई हुई। कांग्रेस का
आजादी के बाद भ्रष्टाचार और घोटालों का इतिहास रहा है। जनता ने कांग्रेस को प्रशासन
और राजनैतिक नैतिकता के आधार पर ही प्रदेश से खारिज किया है और मध्यप्रदेश
कांग्रेस मुक्त प्रदेश बन चुका है।
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