Wednesday 15 July 2015

योग एक परिसंवाद


जब विदेशी लोगो नें योग को योगा बनाकर हमारे सामने प्रस्तुत किया तो हमने योग को स्वीकार लियारू - अलोक संजर
यदि शांत चेतना में कोई विचार आता है तो व्यक्ति सकारात्मक उर्जा से परिपूर्ण हो जाता है - मुकेश नायक
भारतीय छात्र संसद मध्यप्रदेश इकाई के द्वारा पंडित कुंजीलाल दुबे संसदीय विद्यापीठ में आज 15 जुलाई 2015 को 10 बजे से 1 बजे तक ष्योग एक परिसंवादष् कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में समस्त वक्तागणों ने योग विषय पर परिचर्चा की । कार्यक्रम में भोपाल के सांसद आलोक संजरए कांग्रेस विधायक मुकेश नायकए गायत्री शक्ति पीठ भोपाल के व्यवस्थापक डीएन शर्माएअटलबिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय से श्रीमति आर लता एकार्यक्रम में उपस्थित शोध निरन्तर के संस्थापक संजीव वर्माए वही उदिप एनजीओ की संस्थापक पूनम श्रोतीए पण्डित कुंजीलाल दुबे संसदीय विद्यापीठ के उपसंचालक बृजराजेश्वर शर्माएभारतीय छात्र संसद मध्यप्रदेश के छात्र समन्वयक आशीष नामदेव एवं विधार्थीगण उपस्थित रहें ।
कार्यक्रम में उपस्थित भोपाल के सांसद आलोक संजर नें कहां कि. योग हमारे समाज के लिए भी हितकर हैण्उन्होनें अन्तराष्ट्रीय योग दिवस को भी सराहा और भारतीय छात्र संसद के प्रयास की सराहना कीण् श्री संजर ने बताया कि योग हमारी धरोहर है लेकिन हमारे लोगो ने इसे स्वीकार नहीं कियाण् जब विदेशी लोगो नें योग को योगा बनाकर हमारे सामने प्रस्तुत किया तो हमने योग को स्वीकार लिया ।
वही पवैई जिला पन्ना से कांग्रेस विधायक मुकेश नायक नें महर्षि पतंजलि के आष्टांग योग पर विस्तार से चर्चा कीण् उन्होनें मन को शांत रखने के लिए योग करने की सलाह दीण्श्री नायक ने बताया कि अगर अशांत चेतना में विचार का आगमन होता है तो व्यक्ति चूर.चूर हो जाता हैण् और यदि शांत चेतना में कोई विचार आता है तो व्यक्ति सकारात्मक उर्जा से परिपूर्ण हो जाता हैण्
इसके साथ ही गायत्री शक्ति पीठ भोपाल के व्यवस्थापक डीएन शर्मा ने आधुनिक शिक्षा पध्दति पर प्रश्नचिन्हित करते हुए कहा कि दृ वर्तमान शिक्षा प्रणाली ने विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में है इसके लिए भारतीय शिक्षा पध्दति का विस्तार होनी चाहिएण् संवाद को आगे बढ़ाते हुए उन्होने बताया कियुवाओ को योग के सिध्दान्तों से परिचित कराने की आवश्यकता हैण्श्री शर्मा ने शारीरिकए मानसिकए सामाजिक विकास में योग का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है ।
अटलबिहारीवाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय से श्रीमति आर लता ने कहा कि सिर्फ दैनिक अभ्यास ही योग नहीं है बल्कि योग एक बहुत बृहद विषय है । उन्होनें कहा कि आज के युवाओ का रुझान दिनोदिन योग की तरफ बड़ता जा रहा हैण् हम कितनें भी आधुनिक हो जाए लेकिन हमे अंदर से यौगिक होना जरुरी है ।
वही उदिप एनजीओ की संस्थापक पूनम श्रोती नें भारतीय छात्र संसद केकार्यक्रम की काफी प्रशंसा कीण् सुश्री श्रोती ने बताया कि जिस तरह से किसी विभाग का प्रबंधक अच्छी तरह से प्रबंधन करता है उसी तरह शरीर के लिए योग एक प्रबंधक जैसे कार्य करता है ।
कार्यक्रम में उपस्थित शोध निरन्तर के संस्थापक संजीव वर्मा नें कहा दृ जब व्यक्ति ज्ञान और अज्ञान से परे हो जाता हैए तभी वह योग की वास्तविक स्थिति की प्राप्ति करता हैण् उन्होने योग की प्राप्ति के दो मार्ग बताए पहला निवृत्त और दूसरा प्रवृत्त हैण् श्री वर्मा ने कहा कि दृश्रीकृष्ण ही योगेश्वर और रसेश्वर हैण्कृष्ण ने गीता में योगी का अद्भुत विशेषण दिया गया है असंकल्पित योगी ।
वही पण्डित कुंजीलाल दुबे संसदीय विद्यापीठ के उपसंचालक बृजराजेश्वर शर्मा नें कहा कि दृ किसी चीज से सहजता से जुड़ना ही योग है ।
 कार्यक्रम के अंत में भारतीय छात्र संसद मध्यप्रदेश के छात्र समन्वयक आशीष नामदेव ने समस्त अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि युवाओ को योग के लिए जागरुक होने की जरुरत है कार्यक्रम का संचालन आकांक्षा ठाकुर ने किया ।
आशीष नामदेव
मध्यप्रदेश समन्वयक
भारतीय छात्र संसद
संपर्क सूत्र.8517838770 , 9302404770
ई मेल aashi1414@gmail.com.

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